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अवसर —–

विचारों का संसार
विचारों का संसार
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अवसर सबको मिलते है, यह अलग बात है कि कोई अवसर को भुना लेता है, कोई खाली हाथ ही रह जाता है, ऐसे लोग या तो अवसर को नहीं भांप पाते अथवा अपनी कारगुजारी पर जादा भरोसा हो जाता है, किसी पर भी आज के ज़माने में भरोसा करना खतरनाक होता है, अनेक इस खतरे से भी खेल लेते है ? कामयाबी मिलती भी है या नहीं इसका आकंलन लगाना कठिन हो जाता है ? जो मिला उसी मे खुश रह लेते है ? यह हमेशा ठीक नहीं होता जो सपने हमने देखे है यदि वे साकार नहीं हो रहे है तब अन्य अवसर की तलाश जारी रहनी चाहिए यही वक्त का तकाजा है, हनुमान जी का उदहारण ले उन्हें संजीवनी लाने का एक अवसर मिला था, उन्होंने इस अवसर का लाभ तो उठाया किन्तु अपनी उपयोगिकता भी सिध्द कर दी, यदि यह मान ले कि उस हनुमान जी हाथ पर हाथ धरकर बैठ जाते तो क्या हनुमान जी की उपयोगिता आज हमें समझ में आती ? मुझे लगता है नहीं। जीवन में अवसर अचानक आते है ? और चले जाते है ? जो इनका लाभ लेकर अपनी उपयोगिता बता देता है ? वही पूजनीय बन जाता है, आज के इस युग में अवसर तो बहुत है, किन्तु उन्हें भुनाने वाले और भुनने वाले भी अकस्मात ही मिलते है ? जो इनको पकड़ लेता है उसे अवसरवादी मान सकते है, अक्सर लोग अवसरवादी की निंदा करते है? किन्तु निंदा करने वाले भूल जाते है कि वे भी कभी अवसरवादी थे ? जिसने अवसर में लाभ के साथ अपनी उपयोगिता सिध्द कर दी वही आज आसमान पर है। हर अवसर कुछ देने और पराक्रम की पहिचान कराने आते है ? इन अवसरो का उपयोग हमें करना चाहिए और हमें अपनी करामत यहाँ दिखानी चाहिए, यह भी सही कि अवसर अचानक यदा कदा ही आते है किन्तु मेहनत से अनेक अवसर आ सकते है, कोशिश यही हो कि हम इन अवसरों का लाभ उठा कर अपनी उपयोगिता सिध्द कर दे, अक्सर वृद्ध जन यह कहते है कि हम क्या कर सकते है ? वास्तिवकता यह है कि यही सब कर सकते है, अनुभव का खजाना इनके पास होता है, कठिन मार्ग को सरल बनाना यह जानते है, विकट परिस्थितियों में क्या निर्णय लेना यही समझते है ? सरकार या कारपोरेट जगत इनका उपयोग करे तो अनेक कठिनायिया आसान हो सकती है, इस युग में इनसे दुरी बनाकर अपना रास्ता खुद कठिन बना रहे है, इस काल में अनेको ऐसे व्यक्ति है जो अपने अनुभव और इसके कारण रास्ते को कैसे सरल बनाया जाए, जानते है, इनमे बेहद खूबी है, इनके साथ नए नए लोगो को लगाया जाय तो निश्चित रूप से कुछ नया होगा। इसमें किन्तु परन्तु कुछ भी नहीं है। यह मेरे विचार से सच है.

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