Menu
blogid : 13121 postid : 92

आरक्षण पर नेता मौन क्यो ? ————————–*

विचारों का संसार
विचारों का संसार
  • 160 Posts
  • 31 Comments

आरक्षण पर नेता मौन क्यो ?
————————–*
आज पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर कोई भी राजनैतिक पार्टी अपना पक्ष खुल कर नहीं रख रही है. उनकी दुकान फीकी होने के चिंता उन्हें सता रही है. प्रमुख दल अपना पक्ष नहीं रखकर भ्रम की स्थिति बनाये रखना चाहते है. मै आरक्षण का विरोधी नहीं परन्तु सेवा में पदोन्नति के लिये आरक्षण का निश्चित विरोधी हूँ. आरक्षण के कारण नौकरी मिल गई अब उन्हें अपने पुरुषार्थ दिखाने का अवसर इसमें आरक्षण दे कर उनसे क्यों छीन रहे हो. यदि ऐसा हुआ तो निश्चित ही अपने योग्यता का प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे. इसी कुंठा में वे जीवन जीते रहेंगे. आज आरक्षित वर्गों में बहुत योग्य का बाहुल्य है. ये अनारक्षितो से योग्य माने जाते है. ऐसे लोग जब आरक्षण से उपर जायेंगे तब कही न कही इन्हें वेदना होगी ? सरकार के आचरण नियम में आचरण भंग होने पर इसके लिये आरक्षित वर्गों को छूट देने कोई प्रावधान नहीं है. सेवा निवृति की आयु में इन वर्गों के लिये शिथलीकरण का कोई नियम नहीं है. तब सेवा में सामान्य जनो की तरह आरक्षित वर्ग के साथ व्यवहार क्यों नहीं होना चाहिए. योग्यता के आंकलन के आधार पर ही पदोन्नति देना आज प्रासंगिक है. यह व्यवस्था आरक्षित वर्ग के गर्व क विषय होगा .

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply